Norat Mal Nama
13-Mar-2024
देवली,फूलों की खेती और भू दृश्यीकारण के विषय में कृषि छात्रों को दिया प्रशिक्षण।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषि महाविद्यालय में उद्यान विभाग के तहत अंतिम वर्ष के कृषि छात्रों को फूलों की खेती एवं भू दृश्यीकारण के विषय में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्तमान में महाविद्यालय के उद्यान विभाग के अंतर्गत कार्यरत सहायक प्राध्यापक किंकर सिंह कृषि छात्रों को, यह प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। किंकर सिंह ने बताया कि अंतिम वर्ष के आठवें सेमेस्टर के छात्रों को "फूलों की खेती एवं भू दृश्यीकारण" इकाई के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है यह दो चरणों में पूर्ण होगा, इस प्रशिक्षण का एक चरण पूर्ण हो चुका है और दूसरे चरण की शुरुआत दिनांक 12 मार्च 2024 को किया जा चुका है। वही किंकर सिंह द्वारा बताया गया कि इस इकाई के तहत सभी छात्रों को विभिन्न प्रकार के फूलों की खेती जैसे गेंदा, गुलाब, सदाबहार, गुलदाउदी, चंपा, चमेली आदि के विषय में विस्तृत प्रशिक्षण दिया जा रहा है और साथ ही इन फूलों की खेती हेतु मृदाओ का किस प्रकार से समतलीकरण कर खेती के अनुरूप बनाया जाए जिससे उद्यानिकी के क्षेत्र में आने वाले सभी प्रकार के फूलों व फलों आदि पौधों की खेती सुगमता पूर्वक व आसानी से किया जा सके। जैसे कि घरों की सजावट हेतु विभिन्न प्रकार के रंग आदि का प्रयोग किया जाता है उसी प्रकार प्राकृतिक रंगों के आधार पर संस्थाओं, घरों, ऑफिस आदि स्थानों को सजाने हेतु रंग-बिरंगे फूलों की खेती व रंग-बिरंगे फूलों को उगाया जाता है। जिससे भू परिदृश्य सौंदर्य पूर्ण दिखाई देता है और लोगों के आकर्षण को बढ़ाता है वैसे तो आज के दौर में काफी क्षेत्रो में हमारे देश में फूलों की व्यावसायिक खेती की जाती है और इन सभी फूलों की खेती करने हेतु भूमि क्षेत्र का सही होना अनिवार्य होता है। सभी कृषि छात्रों ने इस प्रथम चरण के दौरान महाविद्यालय परिसर को रंग विरंगे फूलों को रोपित किया और महाविद्यालय परिसर को सौंदर्य पूर्ण बनाने में अपना योगदान दिया।