Norat Mal Nama
22-Jul-2023
अनियमित बिजली कटौती के विरोध में सब स्टेशन पर ग्रामीणों का प्रदर्शन बिजली कटौती पर जताई नाराजगी, निगम के सहायक अभियंता ने की समझाइश
देवली,उपतहसील क्षेत्र नासिरदा में पिछले काफी समय से हो रही अनियमित बिजली कटौती के विरोध में शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। इस दौरान भाजपा नेता देवेंद्र सिंह, बीजवाड़ सरपंच भंवरलाल कुमावत आदि की अगुवाई में ग्रामीणों ने सब स्टेशन पर प्रदर्शन किया तथा नाराजगी जाहिर की। वही सूचना पर देवली निगम के सहायक अभियंता डीके जैन मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से समझाइश की।
ग्रामीणों ने बताया कि उनके क्षेत्र में पिछले 3-4 माह से अनियमित बिजली कटौती हो रही है। वहीं कर्मचारियों फोन तक नहीं उठाते हैं। इससे गर्मी के बीच लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने नासिरदा क्षेत्र में बिजली कटौती का समय सुबह 5 से 9 तक किए जाने, नासिरदा जीएसएस पर कार्यरत वर्तमान स्टाफ को हटाने, बार-बार पोल हटाने की समस्या का स्थाई निराकरण करने, टोडारायसिंह क्षेत्र में 132 केवी पावर स्टेशन होने के चलते नासिरदा क्षेत्र के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार खत्म करने तथा लोडशेडिंग के नाम पर बिजली कटौती को बंद किए जाने की मांग की। इस दौरान बिजली कटौती को लेकर ग्रामीणों ने खासी नाराजगी जताई। सुबह करीब हुए उक्त धरना प्रदर्शन पर सहायक अभियंता मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से समझाइश की। ग्रामीणों ने लोड शैडिंग का समय निर्धारित करने, 33 केवी लाइन बदलने, नासिरदा जीएसएस का कार्यरत कर्मचारियों को हटाने सहित मांग की। इस पर सहायक अभियंता ने उपखंड स्तर पर यथासंभव समस्या के निराकरण का भरोसा दिलाया। वही उच्च स्तरीय समस्याओं के लिए अग्रिम सूचना देने की बात कही। सहायक अभियंता डीके जैन का कहना है कि ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर हुए नासिरदा सब स्टेशन पर गए थे। राज्य स्तर पर लोडशैडिंग का काम किया जा रहा है। ऐसे में अचानक लोडशेडिंग के नाम पर बिजली कटौती के आदेश आते हैं। उसी अनुसार कटौती की जाती है। इसमें स्थानीय अभियंता व कर्मचारी कुछ नहीं कर सकते। वहीं अन्य मांगों पर विचार किया जाएगा। इस दौरान ग्रामीण रामराज धाकड़, हेमराज नागर, रामसिंह गुर्जर समेत कई लोग मौजूद थे।
लोडशेडिंग बनी निगम कर्मियों के लिए सिर दर्द
गौरतलब है कि भीषण गर्मी के बीच मांग के मुकाबले आपूर्ति कम होने से इन दिनों स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर से प्रदेशभर में लोडशेडिंग के नाम पर बिजली कटौती के आदेश है। उक्त आदेश राज्य स्तर से एकाएक स्थानीय कार्यालय को प्राप्त होते हैं। इसके बाद बिजली कटौती की जाती है। लेकिन ग्रामीणों को यह समझाना मुश्किल हो रहा है। उल्लेखनीय है कि गत गुरुवार रात निवारिया गांव में इसी विषय को लेकर जीएसएस कर्मचारी पर हमला किया गया था। ऐसे में लोडशेडिंग निगमकर्मियों के लिए सिरदर्द बन रही है।