Norat Mal Nama
27-Sep-2023
देवली,कृषि महाविद्यालय कृषि छात्रों को पादप रोग पहचान का दिया गया प्रशिक्षण
देवली,पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषि महाविद्यालय सिरोही में तृतीय वर्ष के सभी कृषि छात्रों को पादप रोग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष श्री शिव शंकर चौहान जी द्वारा सभी कृषि छात्रों को महाविद्यालय के फॉर्म क्षेत्र में स्थापित नए बागान में लगाए गए पौधों का निरीक्षण कराया गया। चौहान जी द्वारा बागान पौधों में लगे हुए विभिन्न प्रकार के रोगों की पहचान कराई गई और सभी छात्रों को पौधों में लगे रोगों को नियंत्रित करने की विधियों का विस्तारित किया गया।
चौहान द्वारा बागान पौधों में लगे रोगों जैसे नींबू में सिट्रस कैंकर, पपीता में लीफ कर्ल, अमरूद में
एंथ्रेकनोज आदि रोगों की पहचान की गई; साथ ही कृषि छात्रों को नींबू के सिट्रस कैंकर रोग नियंत्रण की विधि बताई । उन्होंने बताया कि "सिट्रस कैंकर" के नियंत्रण हेतु, ग्रसित पौधों में स्ट्रेप्टोमाइसिन और सल्फेट को एक साथ छिड़काव करना चाहिए।
वह पपीता में लगने वाले रोग लीफ कर्ल के नियंत्रण हेतु मोनोक्रोटोफॉस 0.1% अथवा डाइमथोएट 0. 1% अथवा नीम ऑयल से इसको फैलाने वाले वाहक कीट सफेद मक्खी की रोकथाम के लिए प्रयोग करना चाहिए।
इस दौरान फसल क्षेत्र में तिल के पौधों में लगे "फिलॉडी" नामक रोग की पहचान की जो की माइकोप्लाज्मा के द्वारा लगता है इसके नियंत्रण हेतु डाइमेथोएट 500 ml प्रति हेक्टेयर उपयोग करने की सलाह दी। इस समय चौहान जी द्वारा सलाह दिया गया की फसलों को रोगों से बचने हेतु बोने से पहले बीज उपचारित करके बुआई करना चाहिए। इस प्रशिक्षण के दौरान महाविद्यालय के प्रसार शिक्षा विभाग के विभाग अध्यक्ष रामबाबू पाल उपस्थित रहे।